Feature Image : Tally Prime Vouchers

Know Use of all Tally Prime Vouchers in Hindi

नमस्कार दोस्तों, आज का यह लेख Tally Prime Vouchers पर आधारित है। व्यवसाय की वित्तीय स्थिति को सही तरीके से प्रबंधित और ट्रैक करने के लिए टैली प्राइम एक प्रमुख सॉफ्टवेयर है। टैली मे विभिन्न प्रकार के वाउचर उपलब्ध होते हैं जो वित्तीय लेन-देन को व्यवस्थित और रिकॉर्ड करने में मदद करते हैं। ये वाउचर न केवल डेटा को सुव्यवस्थित रखते हैं, बल्कि वित्तीय रिपोर्टिंग को भी सटीक बनाते हैं। इस ब्लॉग पोस्ट में, हम विभिन्न Tally Prime Vouchers की जानकारी प्राप्त करेंगे, और समझेंगे कि वे कैसे कार्य करते हैं और किस प्रकार के लेन-देन के लिए उपयुक्त होते हैं। तो चलिए, टैली प्राइम के विभिन्न वाउचर्स को जानते हैं।

नोट – Tally Prime सीरीज का यह चौथा आर्टिकल है, टैली प्राइम के कम्प्लीट आर्टिकल आप इस लिंक Complete Tally Series पर क्लिक करके पा सकते हैं।

Table of Contents

वाउचर्स को जानने से पहले यह जानना जरूरी है कि सौदा क्या होता है, क्योंकि Tally Prime Vouchers का उपयोग व्यापार मे हुए सौदों को रिकॉर्ड करने के लिए किया जाता है।

सौदा क्या होता है | What is Transaction

व्यापार मे होने वाले सभी लेन-देन को सौदा (Transaction) कहा जाता है, किसी सौदे का मुख्य उद्देश्य लाभ (Profit) कमाना होता है। सौदे कई प्रकार के होते हैं; जैसे – खरीद, बिक्री, किसी से उधार लेना, किसी को उधार देना आदि सभी सौदे ही हैं। इन सभी प्रकार के सौदों को टैली मे रिकार्ड (Entry) करने के लिए वाउचर्स का उपयोग किया जाता है। वाउचर्स क्या होते हैं, कितने प्रकार के होते हैं, आइए जानते हैं।

टैली प्राइम वाउचर्स क्या हैं | What are Tally Prime Vouchers

टैली प्राइम सॉफ्टवेयर मे सभी लेन-देन को दर्ज करने के लिए कई प्रकार के वाउचर उपलब्ध होते हैं, जैसे – Payment, Receipt, Sales, Purchase आदि। इन सभी वाउचर्स (Tally Prime Vouchers) का इस्तेमाल व्यापार मे हुए किसी भी लेन-देन की एंट्री दर्ज करने के लिए किया जाता है। टैली में अलग-अलग सौदों की एंट्री करने के लिए अलग-अलग वाउचर्स इस्तेमाल किए जाते है, इनमे से कुछ मुख्य वाउचर एक्टिव (Active) होते है तथा कुछ वाउचर इनएक्टिव (Inactive) होते है। Inactive वाउचर्स को Active करने के लिए Gateway of Tally से वाउचर मे जाकर Other Voucher पर क्लिक करें या F10 प्रेस करे तथा Show Inactive ऑप्शन चुनेगे। इस तरह टैली मे इस्तेमाल होने वाले सभी वाउचर की लिस्ट देख पाएंगे। टैली प्राइम मे इस्तेमाल होने वाले वाउचर्स निम्न प्रकार हैं –

1. अकाउंटिंग वाउचर्स | Accounting Vouchers

टैली मे कई प्रकार के अकाउंटिंग वाउचर्स होते हैं, ये सभी निम्न प्रकार हैं-

  • Contra Voucher (F4) – इस वाउचर का इस्तेमाल बैंक से संबंधित एंट्री दर्ज करने के लिए किया जाता है। जैसे- बैंक में अमाउन्ट जमा करना, बैंक से अमाउन्ट निकालना या एक बैंक से दूसरी बैंक में अमाउन्ट ट्रान्सफर करना।
  • Payment Voucher (F5) – इस वाउचर का इस्तेमाल कैश व बैंक से नगद में किए गए पेमेंट से संबंधित एंट्री दर्ज करने के लिए किया जाता है। जैसे – नगद संपत्ति खरीदी, खर्चों का पेमेंट किया, पार्टी को पेमेंट किया आदि।
  • Receipt Voucher (F6) – इस वाउचर का इस्तेमाल कैश व बैंक से संबंधित नगद में की गई प्राप्तियों से संबंधित एंट्री दर्ज करने के लिए किया जाता है। जैसे- पार्टी से पेमेंट प्राप्त करना, Cash प्राप्त करना, Income प्राप्त करना आदि।
  • Journal Voucher (F7) – इस वाउचर का इस्तेमाल सभी प्रकार की अजस्टबल एंट्रीस (Adjustable Entries) को दर्ज करने के लिए किया जाता है, जो एंट्रीस किसी अन्य वाउचर में फिट नहीं होती। जैसे- ह्रास (Depreciation) की एंट्री, माल के नुकसान की एंट्री आदि।
  • Sales Voucher (F8) – इस वाउचर का इस्तेमाल माल या सर्विस की बिक्री के लिए किया जाता है।
  • Purchase Voucher (F9) – इस वाउचर का इस्तेमाल माल या सर्विस की खरीददारी के लिए किया जाता है।
  • Credit Note Voucher (Alt+F6) – इस वाउचर का इस्तेमाल बिका माल वापसी (Seles Return) की एंट्री दर्ज करने के लिए किया जाता है।
  • Debit Note Voucher (Alt+F5) – इस वाउचर का इस्तेमाल खरीदा माल वापसी (Purchase Return) की एंट्री दर्ज करने के लिए किया जाता है।

2. नॉन-अकाउंटिंग वाउचर्स | Non-Accounting Voucher

Tally Prime Vouchers के अंतर्गत कई प्रकार के नॉन-अकाउंटिंग वाउचर्स भी होते हैं, इन वाउचर्स मे दर्ज की गई एंट्रीयों का बलेन्स शीट पर प्रभाव नहीं पड़ता। ये सभी निम्न प्रकार हैं-

  • Reversing Journal – रिवर्सिंग जर्नल विशेष जर्नल होते हैं जो निर्दिष्ट तिथि के बाद स्वचालित रूप से रिवर्स हो जाते हैं। वे केवल उस तिथि तक ही मौजूद रहते हैं और केवल तभी प्रभावी होते हैं जब बैलेंस शीट जैसी रिपोर्ट में इसकी आवश्यकता होती है।
  • Memo Voucher – इस वाउचर का इस्तेमाल किसी एंट्री को याद रखने के लिए किया जाता है। इसका उपयोग अधिकतर नहीं होता है।
  • Optional Voucher (Ctrl+L) – इस वाउचर का इस्तेमाल भविष्य के लेन-देन की योजना बनाने और उनके प्रभाव का आकलन करने के किया जा सकता है। इस वाउचर का इस्तेमाल इन-कम्प्लीट सौदों को रिकार्ड करके पहले से पूर्वानुमान लगा सकते हैं, क्योंकि इस वाउचर मे की गई एंट्री का रियल बैलेंसशीट पर कोई प्रभाव नहीं पड़ता। टैली मे इस्तेमाल होने वाले अकाउंटिंग वाउचर को वैकल्पिक वाउचर (Optional Voucher) मे मार्क कर एंट्री कर सकते है, तथा पुनः रेगुलर वाउचर मे बदल सकते हैं।
  • Post Dated Voucher (Ctrl+T) – इस वाउचर का इस्तेमाल पोस्ट-डेटेड एंट्रीस करने के लिए करते है। वाउचर मे एंट्री दर्ज करते समय इन्हे पोस्ट डेटेड के रूप में चिह्नित कर सकते हैं, परिणामस्वरूप इस वाउचर में जारी की गई तारीख तक लेजर में अपडेट नहीं होते हैं। यह नियमित तौर पर होने वाले लेनदेन के लिए उपयोगी है। उदाहरण के लिए, यदि किश्तों के भुगतान के लिए पोस्ट डेटेड चेक जारी करते हैं, तो अग्रिम भुगतान सेट कर सकते हैं, और Tally Prime केवल उन्हें देय तिथि पर लेजर में अपडेट करेगा।

3. इनवेंट्री वाउचर्स | Inventory Voucher

टैली प्राइम मे कई प्रकार के इनवेंट्री वाउचर्स होते हैं, इनका इस्तेमाल स्टॉक मैनेजमेंट के लिए किया जाता है। ये निम्न प्रकार हैं;

  • Receipt Note Voucher (Alt+F9) – इस वाउचर का इस्तेमाल माल के रिसीव हो जाने पर करते हैं।
  • Delivery Note Voucher (Alt+F8) – इस वाउचर का इस्तेमाल माल की डिलीवरी किए जाने पर करते हैं।
  • Rejection In Voucher (Ctrl+F6) – इस वाउचर का इस्तेमाल रिजेक्ट माल के वापस आने पर करते है।
  • Rejection Out Voucher (Ctrl+F5) – इस वाउचर का इस्तेमाल रिजेक्ट माल को वापस करने पर करते है।
  • Stock Journal Voucher (Alt+F7) – इस वाउचर का इस्तेमाल माल कि निर्माण प्रक्रिया तथा ट्रान्सफर करने के लिए करते है।
  • Physical Stock Voucher (Ctrl+F7) – इस वाउचर का इस्तेमाल स्टॉक को वेरीफाई करने के लिए करते है।

4. नॉन-इनवेंट्री वाउचर्स | Non-Inventory Vouchers

Tally Prime Vouchers के अंतर्गत कई प्रकार के नॉन-इनवेंट्री वाउचर्स भी होते हैं, इन वाउचर्स मे दर्ज की गई एंट्रीयों का स्टॉक पर प्रभाव नहीं पड़ता। ये सभी निम्न प्रकार हैं-

  • Purchase Order Voucher (Ctrl+F9) – इस वाउचर का इस्तेमाल पार्टी को माल खरीदने से संबंधित ऑर्डर देने के लिए करते है।
  • Sales Order Voucher (Ctrl+F8) – इस वाउचर का इस्तेमाल पार्टी को माल बेचने से संबंधित ऑर्डर देने के लिए करते है।
  • Job Work in Order Voucher – इस वाउचर का इस्तेमाल किसी पार्टी से जॉब वर्क ऑर्डर लेने के लिए किया जाता है, जैसे किसी दूसरी पार्टी का माल का निर्माण करने के लिए ऑर्डर लेना।
  • Job Work Out Order Voucher – इस वाउचर का इस्तेमाल किसी पार्टी को जॉब वर्क ऑर्डर देने के लिए किया जाता है, जैसे किसी दूसरी पार्टी से माल निर्माण करवाने के लिए ऑर्डर देना।

5. पेरोल वाउचर्स | Payroll Tally Prime Vouchers

टैली प्राइम मे पैरोल वाउचर का इस्तेमाल मुख्य तौर पर कर्मचारियों के वेतन मैनेजमेंट के लिए किया जाता है। ये वाउचर निम्न प्रकार हैं –

  • Attendance Vouchers – इस वाउचर का इस्तेमाल कर्मचारियों उपस्थिति, अनुपस्थिति दर्ज करने के लिए किया जाता है।
  • Payroll Vouchers (Ctrl+F4) – इस वाउचर का इस्तेमाल कर्मचारियों की Pay slip बनाने के लिए किया जाता है।

नये वाउचर बनाना | Creating New Tally Prime Vouchers

Tally Prime मे उपयोगकर्ता स्वयं का वाउचर भी बना सकते है। जिससे वे अपने अनुसार वाउचर बनाकर एंट्री कर सकते हैं। Tally Prime Vouchers के अंतर्गत मे नया वाउचर (New Voucher) निम्न तरह बना सकते हैं।

Path : Gateway of Tally>Create>Vouchers Type

Voucher Type Creation

Voucher Name : Local Sales

Select type of voucher : Sales

  • Abbreviation : Sales
  • Activate this voucher type : Yes
  • Method of voucher numbering : Automatic
  • Use advanced configuration : No
  • Use Effective dates for Vouchers : No
  • Allow zero-values transaction : No
  • Make this voucher type as ‘Optional’ by default : No
  • Allow narration in Voucher : Yes
  • Provide narration in each ledger in voucher : No
  • Enable default accounting allocations : No
  • Print voucher after saving : No
  • Use for POS invoicing : No
  • Default title to print : Sales Invoice
  • Set/Alter Declaration : No

Accept

नया वाउचर बनाते वक्त कई ऑप्शन आते है जिनको हम अपनी जरूरत के अनुसार सेट कर सकते है, यह ऑप्शन अलग-अलग वाउचर्स के आधार पर डिफरेंट होते है। अगर आपको सभी ऑप्शन्स की जानकारी नहीं है तो अधिकतर केस (Case) मे इन्हे डिफ़ॉल्ट सेट ही रहने दें, क्योंकि जो भी जरूरी ऑप्शन होते है वह पहले से सेट होते हैं। आगे की पोस्ट मे इन सभी विकल्पों के बारें मे डीटेल मे चर्चा करेंगे। सभी विकल्प भर लेने के पश्चात वाउचर स्क्रीन एक्सेप्ट कर लेन। इस तरह से नया वाउचर क्रीऐट हो जाएगा।

टैली प्राइम मे वाउचर क्लास क्या है | What is Tally Prime Vouchers Class

टैली में वाउचर क्लास एक ऐसा फीचर है जिसका उपयोग लेन-देन को बेहतर ढंग से वर्गीकृत करने और प्रबंधित करने के लिए किया जाता हैं। वाउचर क्लास (Voucher Class) का इस्तेमाल करके एक ही प्रकार के लेन-देन के लिए बार-बार एक ही जानकारी दर्ज करने से बचा जा सकता है।

वाउचर क्लास का उपयोग करने के कुछ उदाहरण:

  • बिक्री (Sales) : अलग-अलग उत्पादों या ग्राहक समूहों के लिए अलग-अलग बिक्री वाउचर क्लास बना सकते हैं।
  • खरीद (Purchase) : अलग-अलग आपूर्तिकर्ताओं या उत्पाद श्रेणियों के लिए अलग-अलग खरीद वाउचर क्लास बना सकते हैं।
  • भुगतान (Payment) : अलग-अलग भुगतान विधियों या भुगतान प्राप्तकर्ताओं के लिए अलग-अलग भुगतान वाउचर क्लास बना सकते हैं।

वाउचर क्लास कैसे बनाएं:

  1. Gateway of Tally में जाएं।
  2. Alter पर क्लिक करें, फिर Voucher Class चुनें।
  3. जिस वाउचर की क्लास बनानी है वह वाउचर सिलेक्ट करें।
  4. अब वाउचर ओपन होगा तथा अंत मे Voucher Class का विकल्प मिलेगा यहाँ वाउचर क्लास नाम दर्ज करें और इंटर करें।
  5. अब वाउचर क्लास के लिए आवश्यक सेटिंग्स कॉन्फ़िगर करें।
  6. सेव करें।

इस तरह से किसी भी वाउचर के लिए Voucher Classes क्रीऐट कर सकते हैं।

नोट : वाउचर क्लाससेस का उपयोग कैसे करें यह आगे की पोस्ट मे बताया जाएगा।

वाउचर्स को अपडेट या डिलीट करना | Voucher Type Update/Delete

Path : Gateway of Tally>Alter>Voucher Type

Tally Prime मे वाउचर को अपडेट या डिलीट करने के लिए ऊपर दिए गए पाथ के अनुसार वाउचर ओपन करें, अब अगर वाउचर को अपडेट करना है तो वाउचर डिटेल्स को चेंज करके Accept कर लें। इस तरह वाउचर अपडेट हो जाएगा।

अगर वाउचर को डिलीट करना है तो वाउचर को ओपन करे तथा Alt + D प्रेस करे तथा कान्फर्मैशन के लिए Yes करें, इस तरह वाउचर डिलीट हो जाएगा।

ध्यान रहे, जिस वाउचर को डिलीट कर रहे है उस वाउचर का उपयोग मे किसी एंट्री मे नहीं होना चाहिए, नहीं तो वाउचर डिलीट नहीं होगा। इसके लिए पहले एंट्री डिलीट करनी होगी।

Note : Tally Prime मे स्वयं से बनाए गए वाउचर को ही डिलीट या अपडेट कर सकते हैं।

डे-बुक क्या है | What is Daybook?

गेटवे ऑफ टैली (Gateway of Tally) मे Transaction सेक्शन के अंतर्गत Voucher और Daybook दो विकल्प आते है। इनमे से Voucher का उपयोग तो हम ऊपर बता चुके हैं। Daybook का यूज (Use) क्या है समझते हैं।

टैली मे हम जो भी सौदे (Transaction) वाउचर्स मे रिकार्ड करते हैं, वे सभी ट्रांजेक्शन डेबुक से देख सकते हैं। वाउचर्स मे रिकार्ड की गई सभी एंट्रीज को डेबुक मे देखा जा सकता है तथा जरूरत पड़ने पर किसी भी एंट्री को डेबुक से अपडेट या डिलीट भी किया जा सकता है। डेबुक मे सभी एंट्री Date तथा Voucher Number के क्रम मे दिखाई देती है। किसी अन्य Date की एंट्रीस (Transaction) को देखने के लिए F2 से Date बदल कर देखा जा सकता है। कई दिनों की एंट्रीस को एक साथ Alt+F2 से पीरीअड चेंज करके देखा जा सकता है।

अंतिम शब्द | Final Words

टैली में वाउचर के विभिन्न प्रकारों की जानकारी प्राप्त करना किसी भी व्यवसाय के वित्तीय प्रबंधन के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है। इन Tally Prime Vouchers की मदद से आप अपने लेन-देन को सटीक और व्यवस्थित रूप से रिकॉर्ड कर सकते हैं। चाहे वह पेमेंट वाउचर हो, रसीद वाउचर हो, जर्नल वाउचर हो या अन्य कोई वाउचर, इन सभी का अपना विशिष्ट महत्व और उपयोग है।

इन Tally Prime Vouchers का सही उपयोग करके न केवल आप अपने व्यवसाय के वित्तीय रिकॉर्ड को सही ढंग से बनाए रख सकते हैं, बल्कि समय पर और सटीक रिपोर्टिंग भी सुनिश्चित कर सकते हैं। इससे आपके व्यवसाय के वित्तीय स्वास्थ्य का सही आकलन करने में मदद मिलती है और निर्णय लेने की प्रक्रिया में भी सहूलियत होती है।

अगर Tally Prime Vouchers से संबंधित यह लेख आपके लिए उपयोगी रहा हो तो इसे अपने दोस्तों के साथ भी शेयर करें, तथा किसी भी प्रकार के प्रश्न या सुझाव के लिए कृपया कमेन्ट बॉक्स मे टिप्पणी करें।

धन्यवाद!

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