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Computer Introduction and History in Hindi

नमस्कार दोस्तों,

आज का लेख कंप्यूटर परिचय पर आधारित है। कंप्यूटर से आज कौन परिचित नहीं है, कंप्यूटर ने हमारे जन-जीवन को किस तरह से प्रभावित किया है ये तो हम सब भली-भांति जानते ही हैं। आज कंप्यूटर के बिना रह पाना असंभव सा लगता है, क्योंकि कंप्यूटर ने हर किसी को किसी न किसी माध्यम से फायदा जरूर पहुंचाया है और इसीलिए लोग लगातार इसके आदी भी होते जा रहे है। तो आईए Computer Introduction and History से संबंधित कंप्यूटर के कुछ रोचक तथ्य जानते है।

Computer Introduction and History के बारे मे जानने के लिए आइए “Compute” शब्द से शुरू करें, इसका अर्थ है “गणना” तथा “Computer” कंप्यूटर शब्द जिसका अर्थ है “गणना करने वाला”। यह शब्द लैटिन (Latin) भाषा के एक शब्द “Computare” से लिया गया है, जिसका अर्थ है “गणना करने के लिए” या “योग करने के लिए”। जैसा कि हम सभी अपने दैनिक जीवन में गणनाओं से परिचित हैं। हम सभी गणितीय गणनाएं जैसे- जोड़, घटाव, गुणा, भाग आदि करते रहते हैं। साधारण गणना में तो कम समय लगता है, लेकिन जटिल गणनाओं में अधिक समय लगता है और इसका एक अन्य कारण गणना में सटीकता भी है, इसलिए मानवों द्वारा ने एक ऐसी मशीन बनाने की खोज शुरू की गई, जो इस प्रकार की अंकगणितीय गणनाओं को सटीकता के साथ हल करने मे सक्षम हो, और इसी सोच ने “कंप्यूटर” (Computer) नामक मशीन का आविष्कार किया।

Contents

What is Computer | कंप्यूटर क्या है?

कंप्यूटर हार्डवेयर तथा सॉफ्टवेयर के समायोजन से निर्मित एक इलेक्ट्रॉनिक डाटा प्रोसेसिंग मशीन है जो अंकगणितीय गणनाओं को तेजी से प्रोसेस करने मे सक्षम है। यह यूजर (उपयोगकर्ता) से रॉ डेटा (Row Data) को इनपुट के रूप में लेता है और प्रोसेस करने के पश्चात आउटपुट प्रदान करता है। यह डिवाइस लाखों निर्देशों को एक माइक्रोसेकंड (10-6) से भी कम समय मे प्रोसेस कर देता है। कंप्यूटर सभी कार्यों को करने के लिए कई डिवाइसों का उपयोग करता है; जैसे – कीबोर्ड, माउस, मॉनिटर, मेमोरी, प्रोसेसिंग यूनिट आदि।

कंप्यूटर बहुत ही उपयोगी डिवाइस है यह हमारे कार्य को आसान बनाता है और साथ ही समय की बचत भी करता है। इसलिए कंप्यूटर का इस्तेमाल आजकल बिलिंग एवं टिकटिंग, डाटा एंट्री, फाइनेंसिल एवं बैंकिंग, डिजाइनिंग एवं इंजीनियरिंग, इंटरटेनमेंट जैसे क्षेत्रों के साथ वैज्ञानिकी क्षेत्र मे भी व्यापक रूप से किया जाता है।

Full Form of Computer | कंप्यूटर की फूल फॉर्म

Common Operating Machine Purposely Used for Technological and Educational Research

CharacterMeaningHindi Meaning
CCommonसामान्य
OOperatingपरिचालन
MMachineयंत्र
PPurposelyउद्देश्य
UUsed forप्रयोग
TTechnologicalतकनीकी
EEducationalशिक्षा
RResearchअनुसंधान
Full Form of Computer : Computer Introduction and History

Main Parts of Computer | कंप्यूटर के मुख्य भाग

वैसे तो कंप्यूटर कई सारी डिवाइसों का उपयोग करता है, लेकिन जो एक कंप्यूटर की मुख्य डिवाइसें होती हैं वे निम्न प्रकार हैं –

CPU  यह मुख्य प्रोसेसिंग मशीन है, इसमे ही कंप्यूटर का मुख्य सर्किट बोर्ड लगा होता है जिससे अन्य सभी डिवाइसे जुड़ी होती हैं।

Monitor – यह एक टीवी के समान दिखने वाली डिवाइस है, इसमे एक स्क्रीन होती है जिसमे प्रोसेस हो रहे कार्य को देखा जा सकता है।

Keyboard – यह एक टायपिंग डिवाइस है, इसमे कई बटने होती हैं, जैसे – A to Z, 0 to 9 इत्यादि। इनकी मदद से कंप्यूटर में कुछ भी टाइप किया जा सकता है।  

Mouse – यह एक पोइंटिंग डिवाइस है, इसका उपयोग कंप्यूटर को ऑपरैट करने तथा डिजाइन बनाने के लिए किया जाता है।

Speaker – यह कंप्यूटर से ध्वनि सुनने के लिए इस्तेमाल मे लाया जाता है।

Characteristics of Computer | कंप्यूटर के गुण

कंप्यूटर के कई गुण होते हैं जो इसे खास बनाते है, इसमे से कुछ के बारे मे नीचे बताया गया है।

  • Speed (गति) – कंप्यूटर एक बहुत फास्ट डिजिटल डाटा प्रोसेसिंग मशीन है, यह माइक्रो (10-6) या नैनो (10-9) सेकेंड में लाखों निर्देश प्रोसेस कर सकता है।
  • Accuracy (शुद्धता) – कंप्यूटर सभी सरल और जटिल गणनाएं 100% सटीकता के साथ कर प्रोसेस करता है।
  • Diligence (लगन) – कंप्यूटर एक ही स्थिरता और सटीकता के साथ कई कार्य या गणना कर सकता है। यह थकान या एकाग्रता की कमी महसूस नहीं करता है।
  • Intelligence (इंटेलिजेंस) – कंप्यूटर मैन्युअल हस्तक्षेप के बिना क्रियाओं को स्वचालित रूप से निष्पादित कर सकता है।
  • Reliability (विश्वसनीयता) – एक कंप्यूटर बहुत विश्वसनीय होता है क्योंकि यह डेटा के समान सेट के लिए लगातार परिणाम देता है।
  • Versatility (बहुमुखी प्रतिभा) – कंप्यूटर को लगभग हर क्षेत्र में इस्तेमाल किया जा सकता है, यह पूर्ण सटीकता के साथ एक से अधिक कार्यों को एक साथ कर सकता है।
  • No feeling (भावना रहित) – कंप्यूटर एक भावना रहित डिवाइस  है, यानि इसे ज्ञान या अनुभव की आवश्यकता नहीं है।
  • Storage Capacity (स्टोरेज क्षमता) – कंप्यूटर मेमोरी में बड़ी मात्रा में डेटा स्टोर किया जा सकता है, तथा उसे कभी भी पुनः प्राप्त भी किया जा सकता है।

History of Computer | कंप्यूटर का इतिहास

जैसा कंप्यूटर आज कल हम लोग इस्तेमाल करते हैं, इसको इस अवस्था मे आने के लिए सदियों का समय लगा है। इस अवस्था तक आने के लिए तथा कंप्यूटर को और बेहतर बनाने के लिए इसमे अनगिनत बदलाव किए गए। कंप्यूटर का इतिहास कई सदियों पहले शुरू हुआ था जब मनुष्य ने गणना करने के लिए सबसे पहली डिवाइस का आविष्कार किया था, जिसका नाम अबैकस था। तभी से कंप्यूटर का विचार सरल कंप्यूटिंग मशीन जैसे- ABACUS, PASCALENENAPIOR BONE आदि से शुरू हुआ। कंप्यूटर के इतिहास में कुछ प्राचीन गणना उपकरणों के बारे मे बताया गया है, जो इस प्रकार हैं।

ABACUS | अबैकस

ABACUS को चीनी लोगों द्वारा विकसित किया गया पहला यांत्रिक गणना उपकरण माना जाता है। इस डिवाइस का उपयोग गिनने, जोड़ और घटाव को से करने के लिए किया जाता था। ABACUS एक लकड़ी के फ्रेम, धातु की छड़ों और लकड़ी के मोतियों से बना होता था, जिसमें छड़ों को गोल मोतियों के साथ फिट किया जाता था। छड़ों मे फिट किए गए गोल मोतियों का उपयोग संख्याओं को गिनने, जोड़ और घटाव करने के लिए किया जाता था।

Napier Bones | नेपियर बोन्स

जॉन नेपियर ने 1617 में “नेपियर बोन्स” नामक एक गणना उपकरण का आविष्कार किया था। यह एक बेहतर गणना करने वाला उपकरण था। इस उपकरण में हड्डी की छड़ों का उपयोग किया जाता था, जहां इन छड़ों पर गणना करने के लिए नंबर छपे होते थे। यह गणना करने वाला उपकरण गुणा और वर्गमूल कर सकता था।

Slide Ruler | स्लाईड रूलर

विलियम ओउट्रेड ने “स्लाइड रूल” को 17वीं शताब्दी मे विकसित किया था। यह विज्ञान और इंजीनियरिंग क्षेत्रों में सबसे अधिक इस्तेमाल किया जाने वाला गणना उपकरण था। इसके सरलतम रूप से गुणा की जाने वाली प्रत्येक संख्या को एक स्लाइडिंग रूलर पर एक लंबाई द्वारा दर्शाया जाता था। “स्लाइड रूल” से मुख्य रूप से गुणा और भाग करने के साथ वर्गमूल, जोड़ और घटाव जैसी गणनाएं भी की जा सकती थी।

Pascaline | पास्कलीन

पास्कलिन नामक मैकेनिकल कैलकुलेटर का आविष्कार ब्लेज़ पास्कल (फ़्रांसीसी वैज्ञानिक) ने अपने पिता की गणना में मदद करने के लिए 1642 में किया था। यह मूल्यों को जोड़ और घटा सकता था। ब्लेज़ पास्कल को मैकेनिकल कैलकुलेटर का जनक कहा जाता है।

The Leibniz Calculator | लिबनिज कैलकुलेटर

गॉट फ्रीड लिबनिज़ एक जर्मन गणितज्ञ ने 1673 में पास्कल कैलकुलेटर को संशोधित किया। उन्होंने लीबनिज़ कैलकुलेटर नामक एक मशीन विकसित की जो विभिन्न गणना आधारित गुणा और भाग भी कर सकती थी।

Difference Engine | अंतर इंजन

डिफरेन्स इंजन (Difference Engine) एक स्वचालित यांत्रिक कैलकुलेटर था, जिसे बहुपद कार्यों (जोड़, घटाव, गुना, भाग) को सारणीबद्ध करने के लिए डिज़ाइन किया गया था। इस मशीन में दशमलव संख्या प्रणाली का उपयोग किया गया था और एक हैंडल को क्रैंक करके संचालित किया गया था। इसे 1820 के दशक में चार्ल्स बैबेज ने डिजाइन किया गया था।

Analytical Engine | विश्लेषित इंजन

इंग्लैंड के एक वैज्ञानिक चार्ल्स बैबेज जिन्होंने 1837 में विश्लेषणात्मक इंजन (Analytical Engine) का आविष्कार किया था। यह सबसे आधुनिक यांत्रिक कंप्युटर था, जो सभी प्रकार की सामान्य व जटिल गणनाओं को हल करने मे सक्षम था। इस मशीन को चार घटकों से मिलकर बनाया गया था मिल, स्टोर, रीडर और प्रिंटर। ये सभी घटक आज आधुनिक कंप्यूटर के आवश्यक घटक हैं। मिल एक आधुनिक कंप्यूटर में सेंट्रल प्रोसेसिंग यूनिट (सीपीयू) के अनुरूप गणना करने वाली इकाई थी। स्टोर वह जगह थी जहां डेटा को प्रोसेसिंग से पहले रखा जाता था, जिसे आज के कंप्यूटरों में मेमोरी और स्टोरेज यूनिट के नाम से जानते हैं। रीडर और प्रिंटर ये घटक आज आधुनिक कंप्यूटर मे इनपुट और आउटपुट यूनिट के रूप मे जाने जाते है। चार्ल्स बैबेज द्वारा बनाया गया यह एनालिटिकल इंजन सबसे आधुनिक स्वचालित यांत्रिक कंप्यूटर था, इसे चलाने के लिए भाप इंजन की आवश्यकता होती थी। बैबेज इस यांत्रिक कंप्युटर को और अधिक आधुनिक बनाना चाहते थे, लेकिन वो ऐसा नहीं कर पाए क्योंकि तब तक उनकी डेथ हो चुकी थी। इससे पहले किसी ने भी इस तरह के कंप्युटर को बनाने के बारे मे सोचा भी नहीं था। आज चार्ल्स बैबेज को कंप्यूटर के पिता के रूप में भी जाना जाता है।

Mechanical Calculator | मैकेनिकल कैलकुलेटर

एक मैकेनिकल कंप्यूटर लीवर, गियर, और खाँचेदार पहियों से बना होता था। इसका उपयोग अंकगणित के बुनियादी कार्यों को स्वचालित (Automatic) रूप से करने के लिए किया जाता था। 1960 के दशक तक मैकेनिकल कंप्यूटर का उपयोग जारी रखा गया, लेकिन जल्द ही इलेक्ट्रॉनिक कैलकुलेटर के प्रचलन से ये इस्तेमाल होने बंद हो गए।

Electronic Calculator | इलेक्ट्रानिक कैलकुलेटर

एक इलेक्ट्रॉनिक कैलकुलेटर सामान्य रूप से एक पोर्टेबल इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस होता है जिसका उपयोग साधारण व जटिल गणनाओं को हल करने के लिए किया जाता है । पहला सॉलिड-स्टेट इलेक्ट्रॉनिक कैलकुलेटर 1960 के दशक की शुरुआत में बनाया गया था। पॉकेट-आकार वाले कैलकुलेटर 1970 के दशक के आसपास विकसित हुए, जब इंटेल कंपनी ने 4004 नाम से पहला माइक्रोप्रोसेसर बनाया था। 4004 माइक्रोप्रोसेसर इंटेल कंपनी द्वारा जापानी कैलकुलेटर कंपनी Busicom के लिए विकसित किया गया था।

Modern Computer | आधुनिक कंप्यूटर

आधुनिक कंप्यूटर आज के कंप्यूटर है जो अड्वान्स के साथ स्मार्ट भी है, आज कल Laptop, Tablet, Smartphones का जमाना आ चुका है, यही सब मॉडर्न कंप्यूटर के उदाहरण हैं। ये कंप्यूटर कैलकुलेशन के अलावा अन्य कार्य भी कर सकते हैं जैसे – डिज़ाइनिंग, डाटा फीडिंग, विडिओ प्ले, गेमिंग, डिवाइस कंट्रोलिंग इत्यादि।

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Final Words

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